भाजपा को दिया बहुमत, उदयपुर शहर से जीते ताराचंद जैन
– कटारिया से ज्यादा बडी जीत दर्ज की जैन ने

लाइव राजस्थान.उदयपुर। एक बार फिर से मेवाड ने राजस्थान को राजनीति की राह दिखाई है। कहा जाता है कि जो मेवाड को जीत लेता है, राजस्थान में उसकी की सत्ता होती है। इस बार भी मेवाड में कमल जमकर खिला है। उदयपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों के नतीजे आ गए हैं। उदयपुर शहर में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ और सलूंबर सीट से कांग्रेस के रघुवीर सिंह मीणा चुनाव हार गए हैं। उदयपुर की झाड़ोल सीट से भाजपा के बाबूलाल खराड़ी जीत गए। उन्होंने कांग्रेस के हीरालाल दरांगी को हराया। मावली में कांग्रेस के पुष्करलाल डांगी तो खेरवाड़ा में कांग्रेस के दयाराम परमार जीत गए हैं। गोगुंदा से प्रतापलाल भील ने जीत दर्ज की है। उदयपुर ग्रामीण सीट से भाजपा प्रत्याशी फूल सिंह मीणा ने भी जीत दर्ज कर ली है तो गोगुंदा में भाजपा के प्रताप भील भी विजयश्री के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं। वल्लभनगर से भाजपा के उदयलाल डांगी ने जीत कर इतिहास रच दिया है।  इधर, उदयपुर शहर सीट से भाजपा के ताराचंद जैन की जीत पर भाजपा ने जश्न मनाया। जैन को शहर जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली सहित सभी नेताओं ने बधाई दी। बाद में वे कार्यकर्ताओं के साथ बाहर आए और खुली जीप में सवार होकर निकले। भाजपा ने जैन की जीत का आंकड़ा बड़ा बताया। वहीं कांग्रेस के गौरव वल्लभ की हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता निराश होकर निकले। वैसे गौरव वल्लभ मतगणना स्थल पर नहीं आए थे। मावली सीट पर कांग्रेस के पुष्करलाल डांगी चुनाव जीत गए है। इधर, ईवीएम लेकर आए सुबह साढ़े साढ़े आठ बजे स्ट्रांग रूम से ईवीएम को संबंधित विधानसभा के कक्ष में ले जाया गया। इसके बाद वहां पर पहले राउंड की मतगणना शुरू की गई।  उदयपुर के आर्ट्स कॉलेज में सुबह तय आठ बजे मतगणना शुरू हो गई। इससे पहले वहां पहुंचे कर्मचारी, राजनीतिक दलों के अभिकता आदि सुबह से हो रही हल्की बारिश से गीले हो गए थे। मतगणना कक्ष पर सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू की गई।
कटारिया से आगे निकले ताराचंद
इस बार तमाम कयासों से परे उदयपुर षहर सीट पर ताराचंद जैन को टिकट दिया गया था उसके बाद से कई राजनीति पंडितो ंका मानना था कि भितरघात की संभावना है मगर पार्टी संगठन की ओर से जबर्दस्त प्रयासों के चलते ताराचंद जैन ने ना सिर्फ चुनाव जीता बल्कि गुलाबचंद कटारिया जैसे कद्दावर नेता को भी जीत के आंकडों में पीछे छोड दिया। इधर कहा जा रहा है कि कांग्रेस में जमकर भितरघात हुई है और गौरव वल्लभ पर बाहरी होने व उपर से थोपा हुआ पेराषूट प्रत्याषी का टेग होने से उतने वोट भी नहीं मिल पाए जितने पिछले चुनाव में मिले थे। इसके अलावा ताराचंद जैन को फर्स्ट टाइम वोटर्स के वोट भी बडी संख्या में मिले हैं।